परिचय:
“कहानी हमारे महाभारत की” (Kahaani Hamaaray Mahaabhaarat Ki) भारतीय टेलीविजन का एक पौराणिक धारावाहिक था, जिसे एकता कपूर के बालाजी टेलीफिल्म्स द्वारा निर्मित किया गया था। यह धारावाहिक 9X चैनल पर 7 जुलाई 2008 से प्रसारित हुआ था।
यह धारावाहिक भारतीय महाकाव्य महाभारत पर आधारित था और इसे आधुनिक तकनीकों और भव्य प्रस्तुतिकरण के साथ दर्शकों के सामने पेश किया गया था। हालाँकि, इस शो को अपनी पारंपरिक कथानक से हटकर दिखाए गए आधुनिक और अनोखे दृष्टिकोण के कारण मिश्रित प्रतिक्रियाएँ मिलीं।
धारावाहिक की कहानी और कथानक
“कहानी हमारे महाभारत की” महाभारत के प्रमुख पात्रों और घटनाओं को प्रस्तुत करता है। इसकी कहानी महाभारत के पारंपरिक कथानक पर आधारित थी, जिसमें कुरुक्षेत्र युद्ध, पांडवों और कौरवों की प्रतिस्पर्धा, भगवान श्रीकृष्ण की भूमिका, और धर्म-अधर्म की लड़ाई को दिखाया गया था।
हालाँकि, इस धारावाहिक में महाभारत की मूल कथा में कई बदलाव किए गए थे। शो को अधिक मॉडर्न लुक देने के लिए इसमें पात्रों के परिधान, संवाद शैली और दृश्यों की भव्यता पर अधिक ध्यान दिया गया था।
मुख्य घटनाएँ:
- राजा शांतनु और गंगा की कथा
- भीष्म पितामह की प्रतिज्ञा
- कौरव और पांडवों का जन्म
- द्रौपदी का स्वयंवर और विवाह
- शकुनि और दुर्योधन का षड्यंत्र
- द्रौपदी का चीरहरण
- वनवास और अज्ञातवास
- कुरुक्षेत्र युद्ध और गीता का उपदेश
मुख्य पात्र और कलाकार
इस धारावाहिक में कई प्रसिद्ध कलाकारों ने अभिनय किया, जिनमें प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
- रोनित रॉय – भीष्म पितामह
- साक्षी तंवर – गांधारी
- अनीता हसनंदानी – द्रौपदी
- करण वीर बोहरा – अर्जुन
- मुकेश खन्ना – द्रोणाचार्य
- आरव चौधरी – दुर्योधन
- चेतन हंसराज – बलराम
- मृणाल जैन – कृष्ण
शो में एकता कपूर ने अपने ट्रेडमार्क स्टाइल का उपयोग किया और पारंपरिक महाभारत को एक मॉडर्न लुक देने की कोशिश की।

धारावाहिक की विशेषताएँ
1. भव्य सेट और सिनेमा जैसा अनुभव
- यह शो एक बड़े बजट पर बनाया गया था और इसमें भव्य सेट, शानदार वेशभूषा और आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया था।
2. मॉडर्न लुक और अनोखा प्रस्तुतिकरण
- इस धारावाहिक में पात्रों की वेशभूषा पारंपरिक महाभारत से काफी अलग थी। योद्धाओं को भारी कवच और आधुनिक स्टाइल के कपड़ों में दिखाया गया था, जिससे यह धारावाहिक अन्य महाभारत आधारित शोज़ से अलग नजर आया।
3. तेज़ रफ्तार और सिनेमाई निर्देशन
- शो को तेज़ गति से प्रस्तुत किया गया था, जिससे हर एपिसोड में कुछ नया और रोमांचक देखने को मिलता था।
4. सशक्त महिला पात्र
- गांधारी, कुंती और द्रौपदी के किरदारों को बेहद सशक्त रूप में प्रस्तुत किया गया था।
विवाद और दर्शकों की प्रतिक्रिया
1. पारंपरिक कथानक से हटाव
- शो की सबसे बड़ी आलोचना यह थी कि यह पारंपरिक महाभारत से काफी अलग था। इसकी स्क्रिप्ट और संवादों को आधुनिक स्टाइल में लिखा गया था, जो कई दर्शकों को पसंद नहीं आया।
2. पात्रों की वेशभूषा पर विवाद
- महाभारत के किरदारों की पोशाकें और लुक्स को काफी मॉडर्न बना दिया गया था, जिससे पारंपरिक दर्शकों को इसे स्वीकार करने में मुश्किल हुई।
3. टीआरपी में असफलता
- हालाँकि शो को बड़े बजट पर बनाया गया था, लेकिन यह टीआरपी के मामले में ज्यादा सफल नहीं रहा और इसे जल्द ही ऑफ-एयर कर दिया गया।
अन्य महाभारत धारावाहिकों की तुलना
“कहानी हमारे महाभारत की” को अक्सर बी. आर. चोपड़ा के 1988 के “महाभारत” और 2013 में स्टार प्लस पर आए “महाभारत” से तुलना की जाती है।
- बी. आर. चोपड़ा का महाभारत (1988)
- यह शो पारंपरिक कथा के अनुरूप था और दर्शकों ने इसे काफी सराहा।
- इसके संवाद, स्क्रिप्ट और कलाकारों की परफॉर्मेंस आज भी याद की जाती है।
- स्टार प्लस का महाभारत (2013)
- इसमें भी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया, लेकिन इसकी कथा मूल महाभारत के करीब रही।
- इसने नई पीढ़ी के दर्शकों को आकर्षित किया और काफी सफल रहा।
- कहानी हमारे महाभारत की (2008)
- यह शो अपने आधुनिक दृष्टिकोण और अनोखे स्टाइल के कारण चर्चा में रहा, लेकिन पारंपरिक दर्शकों को पसंद नहीं आया।
- टीआरपी में असफलता के कारण यह जल्दी बंद हो गया।
निष्कर्ष
“कहानी हमारे महाभारत की” एक अलग तरह का प्रयास था, जिसमें महाभारत को आधुनिक दृष्टिकोण से पेश किया गया। भव्य सेट, आधुनिक पोशाकें और अलग निर्देशन शैली इस शो की खासियत थी, लेकिन पारंपरिक कथा से हटने के कारण इसे दर्शकों से उतना प्यार नहीं मिला।
हालाँकि, यह धारावाहिक महाभारत की पौराणिक कहानी को एक नए तरीके से प्रस्तुत करने का प्रयास था और इसे एक नए प्रयोग के रूप में देखा जा सकता है।
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