परिचय:
“कहानी घर घर की” भारतीय टेलीविज़न का एक अत्यंत लोकप्रिय और ऐतिहासिक धारावाहिक था, जिसे एकता कपूर के बालाजी टेलीफिल्म्स ने प्रोड्यूस किया था। यह शो STAR Plus चैनल पर 16 अक्टूबर 2000 से 9 अक्टूबर 2008 तक प्रसारित हुआ और 1661 एपिसोड्स पूरे किए।
इस शो ने भारतीय टेलीविज़न पर पारिवारिक नाटक (फैमिली ड्रामा) को एक नई ऊंचाई पर पहुँचाया और इसे भारत के हर घर में खूब पसंद किया गया। शो की मुख्य नायिका परवती अग्रवाल, भारतीय टेलीविज़न की सबसे चहेती बहूओं में से एक बन गई।
धारावाहिक की कहानी और कथानक
“कहानी घर घर की” भारत के एक प्रतिष्ठित और पारंपरिक “अग्रवाल परिवार” की कहानी थी। इस परिवार का नेतृत्व बाबूजी (विश्वनाथ अग्रवाल) और उनकी पत्नी मांजी (कृष्णा अग्रवाल) करते हैं।
इस शो की कहानी मुख्य रूप से ओम अग्रवाल और परवती अग्रवाल के इर्द-गिर्द घूमती है। परवती अग्रवाल एक आदर्श बहू होती है, जो अपने परिवार को जोड़े रखने की हरसंभव कोशिश करती है।
हालाँकि, समय के साथ परिवार में कई उतार-चढ़ाव आते हैं, रिश्तों में दरारें पड़ती हैं, षड्यंत्र होते हैं, और कई बार अपने ही अपनों के दुश्मन बन जाते हैं। लेकिन परवती हर कठिनाई का डटकर सामना करती है और अपने परिवार को एकजुट रखने में सफल होती है।
मुख्य पात्र और कलाकार
किरदार | कलाकार | विशेषता |
---|---|---|
परवती अग्रवाल | साक्षी तंवर | शो की मुख्य नायिका, ओम की पत्नी |
ओम अग्रवाल | किरण करमरकर | परवती के पति, अग्रवाल परिवार के सबसे बड़े बेटे |
कृष्णा अग्रवाल (माँजी) | सुरेखा सिकरी | अग्रवाल परिवार की मुखिया |
विश्वनाथ अग्रवाल (बाबूजी) | दीपक काज़िर | अग्रवाल परिवार के पिता |
पल्लवी अग्रवाल | अचिंत कौर | ओम की भाभी, मुख्य नकारात्मक किरदार |
कमल अग्रवाल | अली असगर | ओम के छोटे भाई |
सुनयना (सोनू) अग्रवाल | अदिति शिरवाइकर | ओम और परवती की बेटी |
श्रुति अग्रवाल | तनुश्री कौशल | परिवार की सबसे प्यारी सदस्य |
संजू (संजीव) अग्रवाल | अक्षय आनंद | ओम का भाई, परवती का समर्थक |
शो की खासियतें और लोकप्रियता
- पारिवारिक मूल्यों की झलक
- इस शो ने संयुक्त परिवार के महत्व और रिश्तों की जटिलताओं को खूबसूरती से दिखाया।
- परवती अग्रवाल – आदर्श बहू का किरदार
- परवती न सिर्फ एक आदर्श बहू बल्कि एक मजबूत महिला भी थी, जो अपने परिवार की हर मुश्किल में ढाल बनकर खड़ी रहती थी।
- शानदार कहानी और ट्विस्ट
- शो में कई चौंकाने वाले ट्विस्ट और प्लॉट डिवेलपमेंट थे, जिन्होंने दर्शकों को जोड़े रखा।
- TRP चार्ट पर राज
- “कहानी घर घर की” ने लगभग 8 सालों तक STAR Plus के TRP चार्ट पर टॉप पोजीशन बनाए रखी।
- सशक्त महिला किरदार
- इस शो में महिलाओं को सिर्फ सास-बहू के किरदारों में ही नहीं बल्कि सशक्त रूप में भी दिखाया गया।
शो के प्रमुख ट्विस्ट और यादगार पल
- ओम अग्रवाल की मौत और परवती की चुनौती
- जब ओम अग्रवाल की मृत्यु हो जाती है, तो परवती को अकेले पूरे परिवार को संभालना पड़ता है।
- परवती बनाम पल्लवी की दुश्मनी
- पल्लवी अग्रवाल और परवती के बीच का संघर्ष पूरे शो का एक बड़ा हाईलाइट रहा।
- परवती का बदलाव – सीधी-सादी बहू से दमदार नेता तक
- परवती केवल एक घरेलू महिला नहीं रहती, बल्कि वह व्यापार और समाज के अन्य क्षेत्रों में भी अपनी पहचान बनाती है।
- अग्रवाल परिवार की संपत्ति विवाद
- परिवार के भीतर संपत्ति को लेकर कई झगड़े होते हैं, जिससे रिश्तों में तनाव पैदा होता है।
- परवती की दोबारा शादी की चर्चा
- समाज के नियमों को तोड़ते हुए परवती की दूसरी शादी का मुद्दा भी दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बना।

शो का अंत और विरासत
शो के अंतिम एपिसोड में परवती को अपने जीवन के सभी संघर्षों का हल मिल जाता है और परिवार फिर से एकजुट हो जाता है।
हालाँकि, 2008 में शो बंद हो गया, लेकिन इसकी लोकप्रियता आज भी कायम है।
“कहानी घर घर की” का प्रभाव
- साक्षी तंवर को इस शो ने भारतीय टेलीविज़न की सबसे प्रतिष्ठित अभिनेत्री बना दिया।
- यह शो भारतीय पारिवारिक मूल्यों और रिश्तों को शानदार तरीके से प्रस्तुत करने के लिए जाना जाता है।
- इस शो ने सास-बहू सीरियल्स के ट्रेंड को आगे बढ़ाया और उसके बाद कई शोज़ इसी फॉर्मूले पर बनाए गए।
- शो के कई डायलॉग्स और किरदार भारतीय टेलीविज़न के इतिहास में अमर हो गए।
निष्कर्ष
“कहानी घर घर की” केवल एक टीवी सीरियल नहीं, बल्कि एक युग था। इस शो ने भारतीय घरों में अपनी अलग जगह बनाई और यह आज भी टीवी इतिहास के सबसे यादगार धारावाहिकों में गिना जाता है।
क्या आपने भी यह शो देखा था? आपका पसंदीदा किरदार कौन था? 😍