ब्रेन ट्यूमर को लेकर समाज में कई मिथक फैले हैं। जानें इनके पीछे की सच्चाई!
मिथ: हर ब्रेन ट्यूमर कैंसर होता है
सच: नहीं! कई ट्यूमर बेनाइन होते हैं जो कैंसर नहीं होते, लेकिन सही समय पर इलाज जरूरी है।
मिथ: मोबाइल फोन से ब्रेन ट्यूमर होता है
सच: अब तक कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिला है। मोबाइल की रेडिएशन non-ionizing होती है जो डीएनए को नुकसान नहीं पहुंचाती।
मिथ: सिरदर्द मतलब ब्रेन ट्यूमर है
सच: सिरदर्द कई कारणों से हो सकता है। अगर सिरदर्द लगातार बढ़ रहा है और साथ में अन्य लक्षण भी हैं, तो जांच जरूरी है।
मिथ: ब्रेन ट्यूमर का इलाज नहीं हो सकता
सच: आज के समय में सर्जरी, रेडिएशन और कीमोथेरेपी से ट्यूमर को नियंत्रित किया जा सकता है।
मिथ: ब्रेन ट्यूमर सिर्फ बुजुर्गों को होता है
सच: ब्रेन ट्यूमर किसी भी उम्र में हो सकता है – यहां तक कि बच्चों और युवाओं में भी।
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