आतंकी तहव्वुर राणा को नहीं होगी फांसी, जानें वजह
2008 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमले में 166 लोग मारे गए थे। इस हमले को 10 आतंकवादियों ने अंजाम दिया था। मरने वालों में 6 अमेरिकी भी थे।
तहव्वुर राणा पर मुंबई हमले की साजिश रचने का आरोप है। उसे भारतीय अधिकारियों ने गिरफ्तार करने के लिए अमेरिका भेजा था।
भारत और अमेरिका के बीच 1997 में प्रत्यर्पण संधि हुई थी। इस संधि के तहत अपराधियों को एक देश से दूसरे देश में सौंपा जाता है।
इस संधि के अनुच्छेद-8 में बताया गया है कि अगर आरोपी को मौत की सजा दी जाएगी, तो उसे अमल में नहीं लाया जा सकता।
अब तहव्वुर राणा को भारतीय अदालत में सुनवाई का सामना करना पड़ेगा। लेकिन, उसकी सजा में फांसी की संभावना नहीं है।
भारत और अमेरिका के बीच यह समझौता 1997 में हुआ था। इसकी वजह से राणा को फांसी की सजा नहीं मिलेगी, लेकिन उसे अन्य सजा मिल सकती है।
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