गर्मियों में दोस्तों के साथ जरूर घूमने जाएं भारत के मिनी तिब्बत

लद्दाख को "भारत का मिनी तिब्बत" कहा जाता है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, बौद्ध संस्कृति और रोमांचक टूरिस्ट स्पॉट्स के लिए जाना जाता है। दरअसल, यहां की संस्कृति, भाषा और परंपराएं तिब्बत से काफी मिलती-जुलती हैं। आइए जानते हैं लद्दाख और यहां घूमने की 5 खास जगहों के बारे में।

लेह-शांति स्तूप: शांति स्तूप लेह शहर की एक मुख्य धार्मिक और पर्यटन स्थल है। यह सफेद रंग का बौद्ध स्तूप है, जिसका निर्माण जापानी बौद्ध संघ ने 1983 में करवाया था। यहां से लेह शहर और हिमालय की बर्फीली चोटियों का सुंदर दृश्य दिखाई देता है।

पैंगोंग लेक: पैंगोंग झील लद्दाख की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है, जो भारत और चीन की सीमा पर स्थित है। इस झील का नीला पानी और उसमें दिखती पहाड़ों की परछाई पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है।

नुब्रा वैली: नुब्रा वैली लद्दाख की एक खास घाटी है, जो अपने रेगिस्तानी इलाके और दुर्लभ दो कूबड़ वाले ऊंटों के लिए मशहूर है। यहां का लैंडस्केप बेहद डाइवर्स है, जहां एक तरफ बर्फीले पहाड़ हैं, तो दूसरी तरफ रेतीले टीले हैं।

सो मोरिरी लेक: सो मोरिरी झील लद्दाख की एक और खूबसूरत झील है, जो चांगथांग क्षेत्र में मौजूद है। यह झील समुद्र तल से 4,595 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और इसके आसपास का प्राकृतिक नजारे बेहद मनमोहक है।

लामायुरू मठ: लामायुरू मठ लद्दाख के सबसे पुराने और सबसे रहस्यमय बौद्ध मठों में से एक है। इसे "मूनलैंड" भी कहा जाता है क्योंकि यहां की भूमि चंद्रमा की सतह जैसी दिखती है।

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