सावन में अधिकतर घरों में पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजा होती है, क्योंकि इसका फल दोगुना मिलता है विशेष नियम है वो भी जान लें

ये शिवलिंग नदी, तालाब या घर में स्वच्छ गमले की मिट्‌टी से बनाते हैं. इसके अलावा किसी मिट्टी का उपयोग न करें

पिंड निर्माण से पहले मिट्‌टी को अच्छे पानी से धो लें

मिट्टी, गाय का गोबर, गुड़ , मक्खन और भस्म मिलाकर पार्थिव शिवलिंग बनाएं

इसके निर्णाण में इस बात का ध्यान रखें कि ये 12 अंगुल यानी अंगूठे से ऊंचा नहीं होना चाहिए

इस मिट्टी का पिंड बनाते समय कई लोग उसमें घी भी मिलाते हैं जो शुभ माना गया है। शिवलिंग बनाते समय 'ऊँ नमो हराय'  मंत्र का जाप करें

ध्यान रहे कि पार्थिव शिवलिंग पर चढ़ाया भोग ग्रहण नहीं किया जाता है। ये भोग शिव के गणों का होता है। इसे आप गाय को खिला सकते हैं।

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