बारिश के दिनों में गुलाब के पौधे को विभिन्न प्रकार के कीटों, रोगों, और फंगस लग जाते हैं। ऐसे में इसे बचाने के लिए इन बातों का ध्यान रखें।
आपने गुलाब के पौधे को जिस गार्डन में लगाया है, वहां नियमित रूप से निराई करना चाहिए। नियमित रूप से खरपतवार और जंगली घास की कटाई करें। इससे पौधे को कीटों से बचाया जा सकता है।
बारिश के दिनों में, गुलाब के पौधे में फफूंद लगने की संभावना अधिक होती है, जिसके कारण गुलाब का तना, पत्तियां और जड़ें सड़ जाती हैं, इसीलिए बरसात के दौरान गुलाब के पौधे में समय-समय पर फफूंद नाशक जैसे नीम तेल और 3 जी फंगीसाइड का इस्तेमाल करें।
बारिश का मौसम शुरू होने से पहले ही गुलाब के पौधे की प्रूनिंग अर्थात कटाई छंटाई कर लेनी चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से पौधे में संक्रमण फैलने का खतरा कम हो जाता है।
यदि आप बारिश के पहले गुलाब के पौधे की प्रूनिंग नहीं कर पाये हैं तो पौधा खराब हो सकता है। इसलिए गुलाब के लिए समय-समय पर मृत सिरों और किसी भी सड़ी या सूखी शाखा को 45 डिग्री के कोण पर काटें।
पौधे की शाखा के सिरों को 45 डिग्री के कोण पर काटने से उस पर पानी नहीं रुकता और वह किसी तरह के संक्रमण से बच सकता है।