साल 2025 में मुहर्रम 26 या 27 जून 2025 से शुरू होने की उम्मीद की जा रही है।
ऐसे में आशूरा का दिन 5 या फिर 6 जुलाई को पड़ सकता है। शिया समुदाय के लोग इस माह के नौवें या दसवें दिन रोजा रखते हैं।
मुस्लिम समुदाय में इस त्योहार पर बाल और नाखून काटने को लेकर सवाल उठते हैं, कि ऐसा करना चाहिए या नहीं।
इस्लामी धर्मशास्त्र के अनुसार, मोहर्रम के महीने में बाल काटने या नाखून कटवाने पर कोई स्पष्ट प्रतिबंध नहीं है।
हालांकि, कुछ सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं के कारण लोग इसे लेकर संवेदनशील होते हैं।
धर्म गुरुओं के अनुसार, मोहर्रम में बोहरा और शिया मुस्लिम नाखून और बाल काटते हैं। वहीं, सुन्नी मुस्लिम नहीं काटते हैं।
दरअसल, उनका मानना है कि ये मातम का महीना होता है। इस दौरान बाल, नाखून आदि न काटना एक तरह से दुख व्यक्त करने का तरीका है।
शिया मुसलमान मुहर्रम के पहले 10 दिनों तक काले वस्त्र पहनते हैं, मातमी जुलूस निकालते हैं, और मजलिसों का आयोजन करते हैं।
वहीं, सुन्नी समुदाय की ओर से इसमें उपवास रखा जाता है । मुहर्रम में शिया लोग कोई भी खुशी वाला काम नहीं करते हैं, जैसे ना इस माह में इनके यहां निकाह होते हैं और ना ही पार्टी या उत्सव होता है।