राजीव गांधी की वो आदत जो जानलेवा साबित हुई...
राजीव गांधी नहीं रहे... 21 मई 1991 को हर जगह यही खबर थी। अगले दिन हर अखबार के पहले पन्ने पर यही खबर थी।
तमिलनाडु में एक बम धमाके से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी।
आज 21 मई 2025 को पूर्व पीएम राजीव गांधी की 34वीं पुण्यतिथि है।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की एक आदत उनके लिए जानलेवा साबित हुई।
राजीव गांधी को लोगों से मिलने का जुनून था जिसके चलते वे अक्सर सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़कर जनता के बीच में पहुंच जाते थे।
लोगों से सीधी बातचीत राजीव गांधी को दूसरे नेताओं से अलग बनाती थी। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें कई बार वॉर्निंग दी थी।
21 मई 1991 को राजीव गांधी तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में चुनावी रैली के लिए पहुंचे थे। हजारों लोग उनका स्वागत करने के लिए मौजूद थे।
उसी भीड़ में एक धनु नाम की लड़की अपने शरीर पर बम बांधकर पहुंची थी।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी अपनी आदत के चलते प्रोटोकॉल तोड़कर लोगों के बीच पहुंच गए।
जैसे ही राजीव गांधी धनु के पास आए तो उसने उन्हें माला पहनाई। वो उनके पैर छूने के बहाने झुकी और खुद को ब्लास्ट कर लिया।
धमाके में पीएम राजीव गांधी समेत 15 लोगों की मौत हो गई।
जांच में सामने आया कि ये आत्मघाती हमला श्रीलंकाई आतंकी संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) ने कराया था।
पूर्व पीएम राजीव गांधी की जनता से सीधे जुड़ने की चाहत प्रेरणादायक थी, लेकिन सुरक्षा को नजरअंदाज करना उनके लिए घातक साबित हुआ।
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