भारत के ये 10 हथियार बन सकते हैं पाकिस्तान के लिए बड़ी चुनौती

भारतीय सेना के पास ऐसे कई हथियार और मिसाइल सिस्टम हैं, जो न केवल अपनी सटीकता और विनाशकारी क्षमता के लिए जाने जाते हैं, बल्कि पड़ोसी देशों विशेष रूप से पाकिस्तान के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है।

अग्नि-V मिसाइल (Agni-V)- अग्नि-V भारत की सबसे उन्नत अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है। इसकी मारक क्षमता 5,000 से 8,000 किलोमीटर तक है।

ब्रह्मोस मिसाइल (BrahMos)- दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। इसकी गति 2.8 से 3 मैक (लगभग 3,700 किमी/घंटा) है। यह जमीन, समुद्र और हवा से लॉन्च की जा सकती है।

हाइपरसोनिक मिसाइल (HSTDV)- इस मिसाइल की गति 7 मैक (8,575 किमी/घंटा) से अधिक है, जो इसे रडार और मिसाइल रक्षा प्रणालियों के लिए लगभग असंभव बनाती है।

प्रलय मिसाइल (Pralay)- प्रलय एक स्वदेशी सतह-से-सतह में मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है। इसकी मारक क्षमता 150 से 500 किलोमीटर है।

निर्भय क्रूज मिसाइल (Nirbhay)- निर्भय एक लंबी दूरी की सबसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसकी रेंज 1,000 किलोमीटर से अधिक है। यह मिसाइल जमीन, समुद्र और हवा से लॉन्च की जा सकती है।

K-9 वज्र तोप (K9 Vajra)- K-9 वज्र एक 155 मिमी 52 कैलिबर की स्वचालित तोप है, जिसे भारत ने दक्षिण कोरिया के सहयोग से विकसित किया है। इसकी मारक क्षमता 45 किलोमीटर है।

पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लांचर (Pinaka MBRL)- पिनाका एक स्वदेशी मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम है, जिसकी मारक क्षमता 40 से 90 किलोमीटर तक है। यह सिस्टम एक साथ कई रॉकेट दाग सकता है।

राफेल फाइटर जेट (Rafale)- राफेल एक मल्टी-रोल फाइटर जेट है, जो भारत की वायुसेना का गौरव है। यह जेट मेटियोर और स्कैल्प मिसाइलों से लैस है, जो 150 किलोमीटर से अधिक दूरी तक सटीक हमला कर सकती हैं।

अर्जुन मेन बैटल टैंक (Arjun MBT)- अर्जुन भारत का स्वदेशी मेन बैटल टैंक है, जो अपनी उन्नत कवच और फायरिंग सिस्टम के लिए जाना जाता है। इसकी 120 मिमी की मुख्य तोप और लेजर-गाइडेड मिसाइलें इसे युद्धक्षेत्र में अजेय बनाती हैं।

एंटी-सैटेलाइट मिसाइल (ASAT)- भारत ने 2019 में मिशन शक्ति के तहत अपनी एंटी-सैटेलाइट मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह मिसाइल अंतरिक्ष में दुश्मन के सैटेलाइट्स को नष्ट करने में सक्षम है, जिससे उनकी संचार और निगरानी क्षमता खत्म हो सकती है।

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