विदेश जाकर पढ़ने का सपना करें पूरा, भारत सरकार देती है टॉप-5 स्कॉलर्शिप

नेशनल ओवरसीज स्कॉलर्शिप- केंद्र सरकार की तरफ से नेशनल ओवरसीज स्कॉलरशिप (NOS) चलाई जाती है, जो अनुसूचित जाति, डिनोटिफाइड घुमंतू जनजाति, भूमिहीन खेतिहर मजदूर और पारंपरिक कारीगर वर्ग के कम आय वाले छात्रों के लिए है।

फुलब्राइट नेहरू मास्टर फैलोशिप- ये फैलोशिप उन छात्रों को दी जाती है, जिन्होंने अमेरिका की बैचलर डिग्री के बराबर पढ़ाई पूरी की है। उनके पास कम से कम तीन साल का वर्क एक्सपीरियंस है और वे भारत लौटकर अपने समाज में योगदान देना चाहते हैं। इस फेलोशिप को दो साल तक अमेरिका में मास्टर की पढ़ाई के लिए दिया जाता है।

डॉ. आंबेडकर स्कीम ऑफ इंटरेस्ट सब्सिडी ऑन एजुकेशनल लोन फॉर ओवरसीज स्टडीज- इस स्कॉलरशिप का मकसद ओबीसी और एबीसी छात्रों की मदद करना है। इसके जरिए विदेश में मास्टर, एमफिल और पीएचडी की पढ़ाई के लिए लिए गए एजुकेशन लोन पर ब्याज पर सब्सिडी दी जाती है।

फुलब्राइट-कालम क्लाइमेट फैलोशिप- ये फैलोशिप भारत में पीएचडी के लिए रजिस्टर्ड भारतीय स्कोलर्स के लिए है। यह प्री-डॉक्टोरल स्तर के रिसर्च के लिए है। सिलेक्ट होने वाले उम्मीदवार को अमेरिका के एक संस्थान में भेजा जाता है। यह फैलोशिप 6-9 महीने के लिए होती है।

मिस अगाथा हैरिसन मैमोरियल फैलोशिप- इस फेलोशिप को पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा फंड किया जाता है। यह एक साल के लिए होती है, जिसे उम्मीदवार के प्रदर्शन के आधार पर एक साल और बढ़ाया जा सकता है। इस फेलोशिप के जरिए सेलेक्ट हुए फेलो को सेंट एंटनी कॉलेज, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में भेजा जाता है।

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