छाछ क्या है?

छाछ एक पारंपरिक भारतीय पेय है। दही को मथकर इसमें से मक्खन निकालकर जो पतला द्रव बचता है, उसे छाछ कहते हैं।

छाछ पीने का सही समय

दोपहर के भोजन के बाद छाछ पीना सबसे लाभकारी होता है। इससे पाचन बेहतर होता है और एसिडिटी से राहत मिलती है।

कब नहीं पीना चाहिए छाछ

रात में छाछ पीने से बचें, खासकर अगर आपको सर्दी-जुकाम की समस्या हो।

पाचन के लिए फायदेमंद

छाछ में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं। गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।

शरीर को ठंडक पहुंचता है

गर्मियों में छाछ शरीर की गर्मी को कम करता है। लू से भी बचाव में मदद करता है।

वजन घटाने में सहायक

छाछ में कैलोरी कम और पोषक तत्व ज़्यादा होते हैं। यह लंबे समय तक पेट भरा महसूस कराता है।

रोजाना छाछ पीने के फायदे

-बेहतर पाचन -शरीर को ठंडक -त्वचा में निखार -इम्यूनिटी बूस्ट -एसिडिटी से राहत

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