महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के माधा तालुका के अरण गांव के किसान दत्तात्रेय गाडगे ने अपने बगीचे में आम के पेड़ों पर विभिन्न प्रयोग करके तीन किलो वजन के आम उगाए हैं। इस आम का नाम शरद आम रखा है।
इस खेती के लिए उन्होंने शरद पवार के पूर्व मुख्यमंत्री कार्यकाल में शुरू की गई फल उद्यान योजना की मदद ली। इस अनोखे आम को पेटेंट भी मिल गया है।
आपको बता दें कि जब शरद पवार राज्य के मुख्यमंत्री थे, तब फल उद्यान योजना लागू की गई थी। उसी योजना के तहत गाडगे ने 8 एकड़ जमीन पर करीब 10 हजार केसर आम के पौधे लगाए थे।
किसान दत्तात्रेय गाडगे ने अपने बगीचे के आमों का नाम एनसीपी (शरदचंद्र पवार) नेता शरद पवार के नाम पर रखा है।
किसान दत्तात्रेय गाडगे ने बताया कि तीन किलो आम उगाने के लिए हमने एक ही पौधे पर अलग-अलग तरह के आमों की ग्राफ्टिंग की। इनमें केसर, आम, झाड़ी, केला और अन्य विभिन्न प्रयोग शामिल हैं।
केला होम्योपैथिक दवाओं की एक किस्म है। किसान दत्तात्रेय गाडगे ने बताया कि पहली खेप में तीन किलो आम का उत्पादन होने से बारामती कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिकों को इसकी जानकारी हुई। केवल शरद आम को ही पेटेंट मिला है।